Perfume The Story of a Murderer
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عجلوا! لا نَستطيعُ |
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فلتسرعوا |
00:01:30 |
هيا |
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عجلوا |
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!أسرع |
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! فوق هنا على الشرفةِ |
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اقرأ عليهم حكم الإدانة فحسب |
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إن حكم العقوبة للمحكمة |
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من هذا المكان.. بعد يومين |
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صانع العطور البارع |
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سيكبَّل فى صليب خشبى |
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ووجهِه مرفوعٌ |
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...وبينما ما يزالَ حيَّا |
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سيجلد اثنتا عشْرة جلدة |
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لتتحطم مفاصلِ ذراعيهِ |
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...وأكتافه |
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أوراكه |
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ورجليه |
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ثم يُحْمل مُتدلِّياً حتى الموت |
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وكُلّ الأَفْعال المتعارف عليها |
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فإنها محظورةٌٌ بجلاء ٍ |
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فى القرن الثامن عشر بفرنسا |
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عاشَ هناك رجل كَانَ أحد أكثر الموهوبِين شهرة |
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كان يدعى |
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وإذا كان اسمه قد توارى اليوم |
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هو أن طموحه الكلىّ |
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لم يُخلف أى أثر ٍ فى التاريخ |
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فى مملكة الأريج الزائلة |
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( الشـذا ) |
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mr_ramy313 تم تعديل التوقيت بواسطة |
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في العهد الذى نحكى بشأنه |
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تسلطت على المُدنِ بالكاد |
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بحكم الطبيعة، فإن الرائحة الكريهة |
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باريس كَانتْ |
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ولم تكن ثمة بقعة فى باريس |
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أكثر مِنْ سوقِ سمكِ المدينةَ. |
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هاك ِ المزيد |
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كان هنا تحديداً |
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( أن (جون بابتيست جرينوى |
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في السابع عشْرِ من يوليو |
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لقد كَانتْ ولادةً أمِّه الخامسةِ |
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أنجبتهم جميعاً هنا |
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وكلهم قد ولدوا ميتيين |
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أأنت على ما يرام ؟ |
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وبحلول المساء، انقشعت الفوضى كاملة |
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مع أحشاءِ السمكَ |
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سوف يكونون كثيراً اليوم |
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لكن حينها |
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َ( جون بابتيست ) |
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ما تلك الضوضاء ؟ |
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إنه.. إنه طفل رضيع |
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ماذا يجرى هنا ؟ |
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إنه مولود حديث - |
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كانت للتو هنا |
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لقد حاولتْ قَتْله، طفلها الوحيد |
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هناك! إنها هناك |
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قفِ! قفِ حيث أنت ِ |
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وهكذا، كان الصوت الأول |
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أرسلَ أمُّه |
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(و(جين بابتيست |
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أودع فى دار أيتام |
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كم العدد اليوم ؟ - |
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كالمعتاد موتى أكثر من الأحياء - |
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! افسح المكان - |
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تحرَّكْ |
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أهو ميتٌ ؟ |
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ذلك لن يبيت فى سريرى - |
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ماذا لو صرخ ؟ - |
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! أكثر قوة! ادفعوا |
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ماذا تصنعون ؟ |
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(للسيدة ( جايارد |
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كان (جرينوى) مصدراً للدخل |
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الأطفال، مع ذلك، شعروا فى التوّ |
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وبعُمرِ الخامسة، (جون بابتيست ) |
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لَكنَّه ولدَ بموهبةٌ |
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لم يكن ذلك لأن الأطفالِ الآخرينِ |
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أحسوا بخيفة منه |
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على نحو متزايد |
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كَانت هبةٌ مُنحَ إياها |
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وله خاصةً وحده |
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حينما تعلم أخيراً |
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اكتشف سريعاً |
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برهنت أنها غير وافية |
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إنه خشبٌ |
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خشبٌ دافىء |
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إنها حشائشٌ.. حشائش رطبة |
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صخورٌ.. صخور دافئة |
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مياه.. مياه باردة |
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ضفادع |
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صخور نديَّة |
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ضفدع الصخور النديَّة الضخم |
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شىء ما |
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شىء ما ، شىء ما |
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(وببلوغه الثالثة عشرَ، سّيدة (جايارد |
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ولذلك قررت أن تبيعه |
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!هيـا |
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عشرة فرنكات |
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مِنْ رائحة أنفاسه الأولى |
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سبعٌ، إنه لا يساوى الكثير |
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عرف (جرينوى) أنّ حياتَه |
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سَتكُونُ مُساوية تماماً |
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العمل الذى يستطيع انجازه |
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...(ولسوء حظ السّيدةِ (جايارد |
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الصفقة كَانتْ قصيرة الأجلَ |
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إن الحياة المتوقعة فى المدبغةِ |
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(لكن ( جون بابتيست |
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تأقلم على |
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وصار نموذجاً |
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يُسْتعبد لخمسة عشر ، ستة عشر ساعة |
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وبشكل تدريجى، أدركَ |
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حيث المدينة الفاضلة لعالم |
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(جرينوى ) |
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فلتأتِ معنا |
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(جون بابتيست جرينوى) |
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وأخيراً، كَانَ فى مكانه الطبيعى |
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لم يكن بيديه الاختيار |
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لَمْ يُفرّقْ بين |
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بين الروائح الذكية والروائح الكريهة |
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على الأقل .. حتى الآن |
00:15:01 |
كَانَ جشعاً للغاية |
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الغاية عنده هى امتلاك |
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كُلّ شىء يقدمه العالم |
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شرطه الوحيد بدأ |
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آلاف على آلافِ من الروائحِ |
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تحلَّل إلى |
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(جرينوى ) |
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تعال إلى هنا |
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أيها الأبله من هذه الناحية |
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ماذا تسمى تلك ؟ - |
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ابتكارى الضئيل |
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أيمكننى أن أجربها ؟ - |
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...يا للسماء المُطْلقة |
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سيد (بيليسييه)، أنت فنانٌ بحق |
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ماذا تريد ؟ |
00:20:15 |
أتريد أن تشترى بعضاً ؟ |
00:20:30 |
اثنان.. بفِلْسٍ |
00:26:44 |
ذاك من أجل |
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سأقتلك |
00:26:52 |
تلك الليلة لم يستطع النوم |
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إن القوَّة المُسْكرة لعبير الفتاة |
00:27:00 |
إنما طرأ على حياتِه الخاصةِ |
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إن معنى وغاية |
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وجودِه البائسِ |
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فقد تعلَّم |
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لكى لا يفقد مرة ثانية |
00:27:44 |
كان هناك ما يقرب من |
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أحد أولئك الأكثر شهرة |
00:27:53 |
افَتتحَ حانوتاً |
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"سماه بـ" جسر إلى التغيير |
00:28:01 |
ولِكى يَكُونَ واثقاً، |
00:28:04 |
ابتكر (بالدينى) عِدّة عطورٍ عظيمة حقاً |
00:28:11 |
لكن الآن، (بالدينى ) صار غير مُلمٍّ |
00:28:16 |
وأفنى أيامَه فى |
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! شينير)! ها قد جئت) - |
00:28:23 |
ارتد شعرك المستعار |
00:28:25 |
!ارتد شعرك المستعار |
00:28:29 |
أكنت ستخرج ؟ |
00:28:31 |
سأخلد إلى دراستى |
00:28:33 |
ولا أريد إزعاجاً |
00:28:36 |
هل ستبتكر عطراً جديداً |
00:28:38 |
هذا صحيح. |
00:28:41 |
إنه يرغب فى شىء ٍ مثل |
00:28:44 |
أعتقد ذكر أن اسمها |
00:28:48 |
ذلك المخادع يوجد فى |
00:28:51 |
( بيليسييه ) - |
00:28:56 |
"الحب والروح " |
00:29:02 |
أتعرفه ؟ - |
00:29:04 |
يمكنك أن تشم رائحته |
00:29:07 |
كُلّ زاوية شارعِ |
00:29:10 |
في الحقيقة، اشتريتُ |
00:29:16 |
في حالة إذا أردتَ |
00:29:20 |
ماذا الذى يَجْعلُك تظن |
00:29:25 |
أنت على صواب ٍ |
00:29:28 |
حقيقة ً، إنه عطرٌ |
00:29:32 |
ظننت أن الحبلَ الرئيسَىّ |
00:29:36 |
حقاً ؟ وحبل القلبَ ؟ |
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زهر البرتقال، كما أظن |
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و"زُباد" العطر فى الحبل الرئيسى |
00:29:48 |
حَسناً، لا أَستطيعُ أَنْ أهتم بما يصنعه |
00:29:52 |
أمر طبيعى لا سيدى |
00:29:54 |
وأُفكّرُ بابتكار شىء ٍ |
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ذلك سيحدث إحساس حقيقى |
00:30:02 |
إنى واثق من نجاحه |
00:30:05 |
(تولّ مسئولية الحانوت ( شينيير |
00:30:09 |
الإلهام يَتطلّبُ |
00:30:13 |
! فينيسا)! اجلبى لى المناديل) |
00:30:47 |
تفضل مناديلك َ |
00:30:48 |
شكراً..شكراً..شكراً |
00:30:54 |
أهناك أى شئ آخر |
00:30:57 |
الإلهام .. ربما |
00:30:59 |
(دعك من هذا ( جيوسيبى |
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(مازلت (بالدينى |
00:32:00 |
جميل جداً |
00:32:07 |
لقد نجح ثانية ً |
00:32:15 |
زيت جير الكلس .. حقاً |
00:32:21 |
زهر البرتقال ، لمزيد من التأكد |
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والقليل من فصوص القرنفل، ربما |
00:32:33 |
لا |
00:32:36 |
حَسناً، يُمكنُ أَنْ تكون رائحة القِرْفة |
00:32:40 |
ضاعت الرائحة |
00:32:44 |
قرفة |
00:32:47 |
إنها ليست رائحة قرفة |
00:32:52 |
قرنفل |
00:32:54 |
...لا |
00:32:55 |
مِسْك ٌ؟ |
00:32:56 |
لا |
00:33:38 |
من بالخارج ؟ |
00:33:39 |
(أَنا مِنْ مدبغةِ (جريمال |
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جَلبتُ جلود الماعزالتى طَلبتَها |
00:33:53 |
اتبعنى |
00:34:00 |
هذه الناحية |
00:34:36 |
هناك ..ضعهم هناك |
00:34:48 |
أخبرْ سيدَكَ أن الجلود ممتازةٌ |
00:34:50 |
سآتى فى الأيام القليلة القادمة |
00:34:54 |
أجل سيدى |
00:35:01 |
تودُّ أَنْ تَجْعلَ هذا الجلدِ |
00:35:06 |
لم ، بالطبع - |
00:35:15 |
من ذا الذى أعطاَك تلك الفكرةَ السخيفة |
00:35:20 |
إنه يغطيك بالكامل |
00:35:22 |
هو على جبهتِكَ، |
00:35:24 |
إنه ردىء ذاك المسمى، "الحب والروح "، سيدى |
00:35:31 |
هذا وذاك |
00:35:36 |
"البرجموت والبطشولى" |
00:35:40 |
بط |
00:35:42 |
بطشولى - |
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ما الشىء الآخر ؟ |
00:35:54 |
هذا وذاك |
00:35:57 |
هذا وذاك |
00:36:08 |
زهر البرتقال |
00:36:11 |
زيت الكلس |
00:36:14 |
المِسْك - |
00:36:18 |
وفصوص القرنفل |
00:36:20 |
وهذا |
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ستوراكس ؟ - |
00:36:33 |
ستوراكس.. ستوراكس - |
00:36:43 |
، لديك،كما يبدو أنفٌ مُرهفٌ |
00:36:46 |
يَعْرفُ أنفُى كُلّ الروائح فى العالمِ |
00:36:50 |
فقط لا أَعْرفُ الأسماءَ |
00:36:52 |
اتعلمها كلها - |
00:36:54 |
لا تُقاطعُنى عندما أَتكلّمُ |
00:36:56 |
أنت سفيهٌ ووقحٌ |
00:37:00 |
حتى لو لم أَعْرفُ كُلّ رائحة |
00:37:04 |
أنا، بالطبع، أعْرفُ لبَعْض الوقتِ |
00:37:08 |
لكن كُلّ ما يُحتاجُ لاكتشافه على نحو سالك ٍ |
00:37:14 |
لَكنَّها تحتاج إلى براعة |
00:37:18 |
لاكتِشاف الصيغةِ الدقيقة |
00:37:20 |
الذى يُلاحظُ، الذى يَرْبطُ |
00:37:26 |
أيمكن أن تُخبرَنى بالتركيبة الدقيقة |
00:37:32 |
"أفضل أنف ٍ فى باريس" |
00:37:40 |
!ارفع صوتك |
00:37:42 |
أتَرى، أنت لا تَستطيعُ، أليس كذلك ؟ |
00:37:46 |
لأنه لا شىء بجانب الموهبة |
00:37:51 |
...بينما التجربة، تُكْتسب فى التواضعِ |
00:37:54 |
والعمل الشاقّ، يعنى كُلّ شىء |
00:38:02 |
أنا لا، أنا لا أَعْرفُ |
00:38:05 |
لَكنِّ يُمْكِنُنى أَنْ أصنع |
00:38:09 |
وتظن أنّنى سَأَدعك هكذا |
00:38:13 |
بالزيوتِ الضروريةِ |
00:38:15 |
أنت ؟ |
00:38:17 |
أجل - |
00:38:23 |
ما اسمك ، على أية حال ؟ |
00:38:26 |
(جون بابتيست جرينوى) |
00:38:31 |
(حسناً جداً ..(جون بابتيست جرينوى |
00:38:35 |
عليك أنُ تنال فرصتك الآن |
00:38:39 |
إخفاقك المهيب أيضاً سَيَكُونُ أيضاً |
00:38:42 |
فضيلة التواضع - |
00:38:45 |
مقدار ... ماذا ؟ - |
00:38:52 |
أأَمْلأُ هذه القارورةِ ؟ - |
00:39:05 |
املأ هذه - |
00:39:11 |
(لكن سيد (بالدينى - |
00:39:13 |
عليك أَنْ تَتْركَنى أصنع ذلك |
00:39:17 |
كما تشاء |
00:39:25 |
! إياك أن تُسقطْ ذلك |
00:39:27 |
أتُريدُ أن تفجِّر |
00:39:32 |
! عليك أَنْ تكيّل أولاً |
00:40:23 |
! توقّفْ! توقف |
00:40:27 |
أنت لاتعرف شيئاً |
00:40:28 |
الزيوت الأساسية دائماً |
00:40:33 |
وأبداً لا تدع هذا العطر |
00:40:37 |
لابد أننى كنت مختل العقل |
00:40:42 |
أجل لقد انتهينا |
00:41:14 |
يا إلهـى |
00:41:30 |
"هذا هو عطر " الحب والروح |
00:41:33 |
لَكنَّه لَيسَ عطراً جيداً، سيدى |
00:41:37 |
إذا تَركتَنى ثانيةً، سيدى |
00:42:55 |
ذلك عطرٌ زكىٌّ بحقّ |
00:43:04 |
ألا تُريدُ أن تشمه ، سيدى ؟ |
00:43:07 |
لَستُ فى حالة مزاجية لاختِباره الآن |
00:43:09 |
لدى أشياءُ أخرى |
00:43:13 |
...لكن سيدى - |
00:43:31 |
أأستطيعُ أن آتى للعمل فى خدمتك |
00:43:36 |
امهلنى للتفكير فى هذا - |
00:43:40 |
علىَّ أَنْ أَتعلّمَ |
00:43:45 |
ماذا ؟ - |
00:43:50 |
سوف أفكر بشأن هذا الأمر |
00:44:38 |
أعشقك َ |
00:44:46 |
سأعطيك خمسين فرنكاً |
00:44:56 |
!(جرينوى ) |
00:44:58 |
صفقة (جريمال ) كَانَت لها |
00:45:02 |
!انتبه |
00:45:07 |
الآن على الأقل، على |
00:45:13 |
(أما فيما يتعلق بـ (جيوسيبى بالدينى |
00:45:15 |
فإن امتلاك (جرينوى) المعجزة |
00:45:19 |
حتى انه تفوق |
00:45:30 |
بينما أخيراً، |
00:45:33 |
فإن السِرّ الخفىّ |
00:45:44 |
الآن، أعرنى انتباهك جيداً |
00:45:47 |
الأمر مثل وترٌ موسيقىّ |
00:45:48 |
الحبل العطرِى يَحتوى |
00:45:52 |
تم انتقاؤها بعناية ٍ |
00:45:55 |
كُلّ عطرٍ يتكون من ثلاثة |
00:46:01 |
تستوجب اثنتا عشْرة مُلاحظة إجمالاً |
00:46:04 |
الحبل الرئيسَى يتكون من |
00:46:07 |
، يدوم فحسب لبضع دقائق |
00:46:11 |
الموضوع الجذرى للعطرِ |
00:46:15 |
: أخيراً، الحبل الأساسى |
00:46:18 |
أثر العطر |
00:46:26 |
اعرنى انتباهك |
00:46:31 |
عن طريق زيادة مُلحوظة إضافيةَ، |
00:46:38 |
ويهيمن على الآخرين |
00:46:43 |
الأسطورة تبدأ أنه كانت هناك |
00:46:48 |
وحينما فُتحت |
00:46:51 |
بعد كل تلك الآلافِ مِنْ الأعوام |
00:46:54 |
عطر لمثل الجمال الرقيق والنفوذ |
00:46:59 |
ذاك كان للحظةِ فريدة ٍ |
00:47:02 |
كُلّ إنسان على الأرض |
00:47:08 |
اثنا عشرَ عطراً |
00:47:12 |
لكن الثالث عشر |
00:47:17 |
لم يُتمكَّن من الفصل بشأنه |
00:47:21 |
لِمَ لا ؟ |
00:47:24 |
لِمَ لا ؟؟ |
00:47:25 |
ماذا تَعْنى بـ" لم لا" ؟ |
00:47:28 |
لأنه خرافةٌ، أيها الأحمق |
00:47:32 |
وما الخرافة ؟ |
00:47:36 |
دعك من هذا |
00:48:19 |
(جون بابتيست ) |
00:48:28 |
ماذا دهاك ؟ |
00:48:29 |
إنى.. إنى بحاجة ٍ |
00:48:36 |
عمَّ تتحدث ؟ |
00:48:38 |
على أن أتعلم كَيفَ احتفظ بأريج العطر |
00:48:43 |
"تقصد " حفظ - |
00:48:47 |
اهدأ يا بنى |
00:48:51 |
لدينا عمل علينا إنجازه |
00:48:54 |
إنّ روحَ الكائناتِ تكمن فى رائحتهم |
00:49:01 |
أقلت ذلك ؟ |
00:49:02 |
سأصنع لك المزيد من العطور |
00:49:06 |
كَيفَ أمسك برائحة كُلّ الأشياء |
00:49:11 |
أتستطيع فعل هذا ؟ |
00:49:13 |
حسناً .. بطبيعة الحالً - |
00:49:21 |
وسَأَجْعلُ منك أعظم صانع عطور |
00:49:42 |
تخيَّل |
00:49:44 |
عشرة آلاف وردة كى تنتج |
00:49:52 |
الآن، ابقهم فى حالة انسياب |
00:49:59 |
فى حين أجهز أداة التقطير |
00:50:00 |
واحذر ألا تتلفها |
00:50:02 |
علينا أن ندعهم يذهبون إلى |
00:50:25 |
رائع! الآن، ساعدنى |
00:50:42 |
إن درجة الحرارة أساسية |
00:50:45 |
فإنّ الحرارةَ تكون صحيحة بشكل دقيق |
00:50:52 |
لاحظْ أَنَّ هذه الآليةِ |
00:50:58 |
سَتُلاحظُ أن الماء البارد |
00:51:04 |
يسمح للعطر |
00:51:09 |
حتى .. فى نهاية المطاف |
00:51:13 |
يبزغ |
00:51:15 |
!هنا |
00:51:18 |
(بالطبع، خارجاً على سفحِ التل فوق مدينة (جراس، |
00:51:25 |
يا لها من مدينة |
00:51:30 |
"أريج روما" |
00:51:37 |
لم يستطع شخص على استحقاق ٍ |
00:51:42 |
مالم يبرهن على جدارته |
00:51:49 |
!لا تخف |
00:51:53 |
(فى نخب مدينة (جراس |
00:52:13 |
سيدى |
00:52:15 |
تطلَّع إلى هذا |
00:52:22 |
روح الوردة ذاتها |
00:53:18 |
(جون بابتيست) |
00:53:23 |
ما الأمر ؟ |
00:53:26 |
(جون بابتيست) |
00:53:30 |
ماذا فعلت ؟ - |
00:53:34 |
ماذا ؟ - |
00:53:37 |
!كيف تجرؤ على مخاطبتى بهذا الأسلوب |
00:53:42 |
قُلتَ بأنّنى يُمْكِنُ أَنْ أمسك |
00:53:45 |
وبإمكانك هذا |
00:53:51 |
ماذا تشمُّ ؟ |
00:53:53 |
ماذا تشمُّ ؟ |
00:54:00 |
لا شىء |
00:54:04 |
ماذا كنت تَتوقّعُ أن تشمه ؟ - |
00:54:09 |
لكن الزجاج بلا رائحة - |
00:54:18 |
لا أشمُّ شيئاً |
00:54:20 |
!كف عن هذا |
00:54:21 |
أتشمُّ ذلك النحاسِ ؟ - |
00:54:27 |
أكُنْتَ تُحاولُ تَقطير |
00:54:31 |
حديد |
00:54:32 |
زجاج |
00:54:33 |
...نحاس |
00:54:38 |
ما الشىء الآخر الذى حاولت تجربته ؟ |
00:54:44 |
!لا |
00:54:47 |
! أجُننْت كُليّاً ؟ |
00:54:50 |
أخبرتَنى أنه لابد أن أجرِّب |
00:54:52 |
!تجربة ! تجربة |
00:55:01 |
أىُّ نوع من البشر أنت ؟ |
00:55:03 |
ألا تعرف أىّ شىء ؟ |
00:55:05 |
لا يُمْكِنُك أَنْ تُقطِّر |
00:55:07 |
بالمقارنة من أن تُقطِّر |
00:55:21 |
لا استطيع - |
00:55:31 |
إنه فى حالة خطيرة |
00:55:33 |
ماذا ؟ - |
00:55:34 |
ألا يوجد أى شىء تفعله تجاهه ؟ |
00:55:37 |
أخشى لا - |
00:55:40 |
حَسناً، الأجرة خمسون فرنكاً - |
00:55:50 |
(عزيزى ..(جون بابتيست |
00:55:55 |
لا يمكنك أن تفعل هذا بى |
00:56:00 |
ليس الآن |
00:56:13 |
إن كان هناك |
00:56:20 |
...أى وسيلة أخرى |
00:56:23 |
لإبْقاء الرائحةِ |
00:56:26 |
...(جون بابتيست) |
00:56:33 |
ألا توجد وسيلة يا سيدى ؟ - |
00:56:41 |
ما هى ؟ |
00:56:44 |
إنها مبهمة كالفَنّ الغامض |
00:56:51 |
أيمكنك أن تعلمنى ؟ |
00:56:56 |
ليس قبل أن ألَّمح إلى الاسرار |
00:57:02 |
لكن باستطاعتى أَنْ أَتعلّمَه فى (جراس ) ؟ |
00:57:06 |
..حسناً - |
00:57:15 |
!(لا مكان عدا (جراس |
00:57:24 |
خلال أسبوع، (جرينوى) كَانَ قد |
00:57:26 |
،(لكن رغبة فى السفر إلى (جراس |
00:57:29 |
كان فى حاجة إلى |
00:57:32 |
بالدينى ) وافق على إمداده بها) |
00:57:34 |
(بشرط أن يترك له ( جرينوى |
00:57:41 |
جرينوى ) لَمْ يمانع) |
00:57:51 |
(وفى الصباح عند مغادرةِ (جرينوى |
00:57:56 |
أخيراً، أحسَّ أنه كوفىء |
00:58:00 |
إنه لا يَستطيعُ أَنْ يَتذكّرَ |
00:58:04 |
راض ٍإلى حدٍ بعيد |
00:58:07 |
ولم يفق من نومه بعد الآن |
00:58:29 |
(فى كل خطوة رحل (جرينوى |
00:58:35 |
أصبح الهواء فوق منه |
00:58:40 |
وأخيراً، كَانَ |
00:58:46 |
كان هناك طريقان |
00:58:49 |
الأول: يسير مع الطريق المُتَعَرِّج |
00:58:53 |
بينما الثانى: يمتد مباشرة عبر |
00:58:56 |
(باتجاه إقليم ( بروفنس |
00:58:59 |
الاختيار كَانَ يسيراً للغاية |
00:59:06 |
هكذا، فإن أنفه قادته إلى قمة العلو |
00:59:11 |
دائما تجاه القطبِ المغناطيسى إلى |
00:59:55 |
...جرينوى ) احتاج للحظة) |
00:59:57 |
كى يجزم أنّه وجد بالفعل |
01:00:00 |
حيث الرائحة مفقودة تقريباً |
01:00:08 |
تنتشر حول المكان |
01:00:09 |
تمتد إلى اللاشىء إلا رائحة |
01:00:16 |
كان هناك شىءُ |
01:00:23 |
ما يزال شارد الذهن |
01:00:26 |
كَانَ بإمكانه أخيراً |
01:00:33 |
! ووَجدَه رائعاً |
01:00:43 |
بعد فترة، نَسى تقريباً |
01:00:49 |
وفى الحقيقة، |
01:01:08 |
أأحد هنا ؟ |
01:01:13 |
أأحد هنا ؟ |
01:01:17 |
أما من أحد هنا |
01:01:36 |
كانت هناك آلاف الروائح |
01:01:39 |
رائحة الرملِ، الحجارة، طحالب المستنقعات |
01:01:42 |
حتى رائحة النَّقانق |
01:01:45 |
: فقط رائحة واحدة لم تكن هناك |
01:01:51 |
رائحته |
01:02:30 |
، للمرة الأولى في حياتِه |
01:02:32 |
أنه لم يكن لديه رائحةٌ خاصة به |
01:02:36 |
...أدركَ أنه على مدار حياته |
01:02:38 |
كَانَ نكرةً |
01:02:42 |
ما يحسه الآن |
01:02:46 |
...وبرغم ذلك |
01:02:48 |
فهو ليس موجوداً |
01:02:55 |
ومع إطلالة الشعاع الأول من |
01:03:00 |
عليه أَنْ يستكمل |
01:03:03 |
هناك سيُعلِّم العالم |
01:03:07 |
ذلك لأنه كان شخص |
01:03:09 |
لكنه كَانَ خارقاً للعادة |
01:03:16 |
وبهذا القرار |
01:03:18 |
بَدا أن الآلهةَ |
01:07:50 |
لورا ) ؟) |
01:07:59 |
لورا ) ؟) |
01:08:01 |
آتية يا أبى |
01:08:39 |
لم أرك ِ هنا من قبل |
01:08:43 |
إنه موسمى الأول |
01:08:46 |
الاقتطاف سوياً |
01:08:50 |
إنهم يَقُولونَ أنّك تَلتقطُ |
01:09:36 |
!أيها الأبله كَمْ من مرة ٍ |
01:09:41 |
كما لو كنت تحشو دجاجة ؟ |
01:09:44 |
(راقب كيف يرتبها (جرينوى |
01:09:48 |
!انظر مدى الإتقان الذى |
01:09:52 |
، هو أن تدع الزهورِ تمَوت ببطء |
01:09:56 |
إنه يعاملها كما لو تعامل سيدة |
01:10:02 |
كما تشائين سيدتى |
01:10:06 |
!أنت ..لتراقب زهر النرجس |
01:10:12 |
إنها تحتاج لبعض الوقت |
01:10:17 |
افعل ما آمرك به |
01:11:03 |
!كف عن هذا |
01:11:05 |
لست فى حالة مزاجية تسمح بهذا |
01:11:07 |
أأنت ِ واثقة ؟ |
01:11:09 |
بالطبع واثقة |
01:11:17 |
...قلت |
01:11:21 |
"لا " |
01:11:34 |
افعلِ ما تشائين |
01:11:39 |
لوسيان) ؟) |
01:11:44 |
! اجلب لى السُّلم - |
01:11:59 |
لوسيان) ؟) |
01:12:03 |
!(لوسيان) |
01:12:16 |
لوسيان) ؟) |
01:12:20 |
لوسيان) ؟) |
01:12:40 |
(لوسيان) |
01:13:39 |
"زهر التبر" |
01:13:41 |
(للسّيدةِ (أرنولفى |
01:13:47 |
إنها مشغولة |
01:13:56 |
!يا لها من خسارة أن تغليها |
01:13:59 |
أو مهما يكن ما تصنعه بها |
01:14:07 |
إذن ..ماذا تفعل بهم ؟ |
01:14:10 |
أقوم بتدفئتهم فى الدهنِ الحيوانى - |
01:14:14 |
الدهن يَمتصُّ رائحتهم |
01:14:17 |
ثم ماذا ؟ |
01:14:20 |
ثمّ أُبرّدُه |
01:14:24 |
...وبعد ذلك أصفِّيه، قبل أن |
01:14:32 |
قبل ماذا ؟ |
01:14:34 |
قبل إضافة الكحولِ والروائح الأخرى |
01:14:37 |
لا تلمسِ أى شىء ٍ |
01:14:45 |
ماذا يوجد هناك ؟ |
01:14:48 |
لا شىء إنها زهورٌ فحسب |
01:14:50 |
أيمكننى أن ألقى نظرة ؟ - |
01:14:52 |
لَيسَ الآن، لدى عملُ يجب أن أنهيه |
01:14:54 |
دعك من هذا أريد أن ألقى نظرة - |
01:15:00 |
عِمْت ِ صباحاً سيدتى - |
01:15:06 |
لماذا تَغطّى الصهريج ؟ |
01:15:10 |
....إنها تجربة يا سيدتى لـ |
01:15:13 |
لوقاية الأزهار |
01:15:17 |
لحفظ الأريج بصورة أفضل |
01:15:20 |
حسناً .. كما ترى |
01:15:24 |
اتبعينى سَأَسوِّى حسابَ سيدكِ |
01:15:29 |
لحفظ شذا العطر بصورة أفضل |
01:15:46 |
لا أشمُّ بصورة نفاذةٌ |
01:15:54 |
لا. إذن فإن تجربتى بها قصورٌ |
01:16:02 |
كُنْ على ثقة ٍ |
01:16:17 |
ما مقدار ما يجب أن أدفعه ؟ |
01:16:21 |
كى أكون بصحبتك ِ |
01:16:24 |
ذلك يعتمد على ما تبغيه |
01:16:40 |
ما تلك المادةِ ؟ |
01:16:44 |
أنا أبتكر عطراً |
01:16:50 |
اضطجعِ ، رجاءً |
01:17:11 |
تبدو رهيبةٌ |
01:17:13 |
إنه دهنٌ حيوانىّ فحسب |
01:17:18 |
تبتكرعطراً، للرفيقة ؟ |
01:17:21 |
هيا ، فلتعترف |
01:17:22 |
أتعانى نوعاً من الصدمة بشأن هذا |
01:17:25 |
أليس كذلك ؟ |
01:17:27 |
إنى استمتع بعملى |
01:17:30 |
ابقى ذراعك ِ ثابتاً |
01:17:40 |
لا تظن أنّك ستربطنى |
01:17:43 |
مُدِّ ذراعَكِ، رجاءً |
01:17:53 |
لقد مررت ببعض الرجال غريبى الأطوار |
01:17:55 |
استرخِ فحسب |
01:18:06 |
يا إلهى! ما هذا ؟ |
01:18:11 |
إنها فقط لكشط الدهنِ - |
01:18:14 |
! قُلت استرخِ |
01:18:17 |
إن فزعكِ نتانةٌ فحسب |
01:18:21 |
!نلت ما يكفى |
01:18:24 |
!اخرج من هنا |
01:18:28 |
تلطخنى بكل تلك الدهون |
01:18:31 |
! اغرب من هنا |
01:21:59 |
بسرعة !فلتطفىءِ الشموع |
01:22:03 |
الورود لا تذوب يا أبى - |
01:22:20 |
الآن أوَدُّ أَنْ اعتزم شرب نخب |
01:22:25 |
(سعادته، المركيز (دى مونتيسكيو |
01:22:28 |
! لربما تواصل تجارتنا ازدهارها |
01:22:36 |
أشكركم جميعاً |
01:22:38 |
وأستميحكم الشرف |
01:22:40 |
تقديّمْ تهانيىّ |
01:22:43 |
ويسعدنى أن أقدم لها |
01:23:12 |
إنى عاجزة عن التعبير، سموّك - |
01:23:16 |
تَمنّيتُ بأنَّ الأمر |
01:23:23 |
! لنَلْعبْ لعبة الغميضة - |
01:23:30 |
الرجال يمسكون بالنساء |
01:23:34 |
!أحسنتم! أحسنتم |
01:23:39 |
! ألبين )، انتظرى) |
01:24:15 |
!لا |
01:25:10 |
أنزلنى ، رجاءً |
01:25:18 |
الآن لا مهرب لك ِ |
01:25:49 |
انتهت اللعبة للجميع |
01:25:54 |
! (لورا ) |
01:25:57 |
حان وقت الظهور الآن |
01:26:23 |
(لورا ) |
01:26:42 |
"ألبين " .. "فرانسواز" |
01:26:51 |
لورا)، أرَأيتِ توأمىّ ؟) |
01:26:54 |
لا منذ أن بدأت اللعبة |
01:26:58 |
"ألبين " .. "فرانسواز" |
01:27:11 |
"ألبين " .. "فرانسواز" - |
01:27:18 |
أنتما الاثنان تعالا معى |
01:27:19 |
فخامتك من هذه الناحية |
01:28:42 |
لقد أخبرت ذاك |
01:28:45 |
لا توجِّه اللوم باستمرار للفتى |
01:28:48 |
! سَأَقْتلُ جُرذ البالوعة الحقير العديم الفائدةِ |
01:28:51 |
(جرينوى ) |
01:28:55 |
لم لم تعد إطارات استخلاص العطور ؟ |
01:29:04 |
أجل سيدى - |
01:29:06 |
أأنت على درايةٍ كافيةٍ |
01:29:14 |
بالتأكيد، سيدى |
01:29:26 |
! انظروا |
01:29:29 |
الجمال... هناك |
01:29:32 |
حظر تجول؟ أأصابتك لوثة عقلية ؟ |
01:29:34 |
نبات ياسمين يُمْكِنُ فقط أَنْ يُجْنى |
01:29:38 |
هذا معناه الخراب |
01:29:41 |
! لك ولك، ولك |
01:29:45 |
افترض أنها ابنتُكَ |
01:29:50 |
بالطبع حظر التجول |
01:29:52 |
لَكنَّنا أيضاً علينا |
01:29:54 |
والطريقة الوحيدة للتوصل إلى ذلك |
01:29:57 |
! ما يريده - |
01:30:00 |
استعن بخيالكَ |
01:30:02 |
وإذا أُخبرَك |
01:30:04 |
ذهبن إلى قبورِهن |
01:30:08 |
كيف عرفت ؟ - |
01:30:12 |
واتضح أنهن جميعاً عذارى |
01:30:16 |
افترضوا أنه ليس هناك |
01:30:18 |
إذا فرضنا حظر التجول، |
01:30:25 |
إذن أنَنتظر حتى يقْتَل |
01:30:55 |
! إنه حظر التجول! عُدْوا إلى بيوتِكم |
01:30:58 |
ماذا يحدث ؟ - |
01:31:12 |
أيها السادة!أيها السادة |
01:31:16 |
علينا أَنْ نُواجهَ الحقيقةَ |
01:31:20 |
أَقترحُ أن نطلب المدد مِنْ باريس - |
01:31:25 |
! اعتقلوا كُلّ غجرىّ وشحاذ ٍ |
01:31:29 |
أنصتوا إلىّ |
01:31:33 |
علينا أن نَضِعَ أنفسنا |
01:31:37 |
كُلّ مِنْ ضحاياه |
01:31:42 |
نَعْرفُ بأنّه لا يُريدُ سلب عُذْريتهم |
01:31:44 |
لذا، يَبْدو الأمر لى |
01:31:47 |
...الذى يريده. وكأن تقريباً |
01:31:49 |
كما لو أنّه يحاول |
01:31:52 |
إن مطامحه هى مطامح جامعٌ |
01:31:56 |
جامع لماذا ؟ - |
01:32:01 |
اغرب من هنا! اخرج |
01:32:07 |
...مهما يكن الأمر |
01:32:10 |
أخشى أنّه لَنْ يتوقف عن القَتْل |
01:32:35 |
خذ هذا! التالى |
01:32:39 |
!أنت أيضاً |
01:32:40 |
سيدى ؟ |
01:32:44 |
هذا الرجل ..هذا الرجل |
01:32:47 |
شبحٌ لا يمكن محاربته بوسائل البشر |
01:32:51 |
الآن أَصرُّ على أن نَدْعو |
01:32:56 |
ما ضير ذلك كله ؟ |
01:32:59 |
أليس لديك إيمان بقوة |
01:33:04 |
!لَيسَ مسألة إيمانِ |
01:33:08 |
ويَجِبُ أَنْ نقبض عليه |
01:33:12 |
أَقُولُ، إلى أن نُسلِّمه |
01:33:16 |
فإن حالاتِ القتل لَنْ تَتوقّفَ |
01:33:34 |
(مواطنو (جراس |
01:33:36 |
نُعلنُ بموجب هذا |
01:33:40 |
بمثابة شيطانُ في وسطِنا |
01:33:43 |
جلب على نفسه |
01:33:49 |
ليس فحسب فساد الأخلاق لهذا الوحش |
01:33:54 |
الشابات والجميلات |
01:33:58 |
وبأَفْعالِه الماجنة |
01:34:02 |
سُبُل معيشتنا |
01:34:07 |
! إلى شفا الظلامِ الأبدىّ |
01:34:12 |
لذا نعلن |
01:34:17 |
هذه الجمرة المخزية، |
01:34:23 |
سَيَكُونُ من الآن فصاعدا |
01:34:29 |
منبوذٌ مِنْ المشاركةِ |
01:34:34 |
كتابع ٍ للشيطانِ |
01:34:37 |
...قاتِل الأرواحِ |
01:34:39 |
! ابتعدْ! ابتعدْ |
01:34:44 |
... دخيل على الإيمانِ |
01:34:46 |
مستحضر أرواح , تابعٌ للشيطان |
01:34:50 |
! زنديق مَلْعُون |
01:34:54 |
يا إلهى! باسم روحكَ |
01:34:59 |
أسقطْ الصواعقَ |
01:35:03 |
لربما يصنعُ الشيطانَ حفائر |
01:35:08 |
! سيدى !سيدى |
01:35:11 |
إنها معجزة |
01:35:12 |
! لقد وقع! لقد وقع |
01:35:16 |
سيدى، الشيطان قد انكشف |
01:35:20 |
(في مدينةِ (جرينوبل |
01:35:24 |
! أقرَّ بكل شىء ٍ |
01:35:28 |
! سبحان الله! سبحان الله |
01:35:33 |
الشكر والثناء لله. ونحن نَشْكرُه |
01:35:38 |
! وإجابته إياهم. آمين |
01:35:44 |
!آمين! آمين |
01:36:03 |
فقط اقَرأَ التقريرَ. هذا لا يمكن |
01:36:09 |
لقد اعترف بكُلّ شىء ٍ |
01:36:14 |
أجل، والتعذيب |
01:36:18 |
انظر ! هنا |
01:36:20 |
...إنه يفسح المجال لخَنْق ضحاياه |
01:36:23 |
يقتلع شَعُورهم، ويُدمّرُها |
01:36:25 |
فتيات (جراس ) قُتِلنَ |
01:36:29 |
شَعرهم قُصَّ بعناية |
01:36:32 |
(أنتوان ) |
01:36:35 |
كلنا سعداءٌ أن الأمر انتهى |
01:36:38 |
دع الأمور تسير كما هى |
01:37:27 |
أبى ..ما الأمر ؟ - |
01:37:30 |
! لكن لماذا؟ إنى استمتع بوقتى - |
01:37:32 |
كف عن هذا |
01:37:42 |
!(لورا ) |
01:37:45 |
!(لورا ) |
01:37:49 |
ابتعد عن طريقى |
01:37:51 |
!(لورا ) |
01:38:49 |
!(لورا ) |
01:38:58 |
آسف للغاية |
01:39:13 |
أعلم أنّكِ تعتقدين أننى |
01:39:18 |
لكن حاولى أن تفهمى |
01:39:21 |
أنت ِ كل ما تبقى لى - |
01:39:24 |
...إن حدث لك أى مكروه ٍ - |
01:39:28 |
لَكنَّ عليك أَنْ تَكفَّ عن القَلْق |
01:39:52 |
أحلام سعيدة.. حبيبتى |
01:39:57 |
أحلام سعيدة ..أبى |
01:40:59 |
! (لورا ) |
01:41:11 |
أبى ، ما الأمر ؟ |
01:41:18 |
هل فتحتِ النافذة ؟ |
01:41:22 |
لا. لماذا ؟ |
01:41:28 |
سلِّم هذه الرسالةِ المختومة إلى |
01:41:32 |
مارى ) .. بسرعة) |
01:42:21 |
استمر فى الاتجاه |
01:42:41 |
هل غادر سيدى (ريشي )؟ |
01:42:44 |
فى أى اتجاه ؟ |
01:42:46 |
شمالاً |
01:42:54 |
أأنت واثق انه لم يتجه جنوباً - |
01:42:58 |
ما الذى تريد أن تعرفه ؟ |
01:43:01 |
قلت شمالاً.. شمالاً |
01:43:06 |
جرينوى ) ؟) |
01:43:10 |
جرينوى ) ؟) |
01:43:14 |
! (جرينوى ) |
01:43:25 |
! (جرينوى ) |
01:43:43 |
!!يا إلهى |
01:44:41 |
عِمْت مساء سيدى - |
01:44:43 |
ألديك أى شخص عداكما يقيم هنا ؟ |
01:44:46 |
لا، سيدى |
01:44:48 |
إذن أوَدُّ أَنْ احجز |
01:44:50 |
سيكون هذا من |
01:44:54 |
وغداً، مع بداية ضوء الصباح |
01:44:58 |
...إنه مَهْجُورٌ ماعدا بضعة - |
01:45:03 |
حسناً .. سيدى |
01:45:08 |
أفخم غرفة لدينا ، آنستى |
01:45:13 |
بواجهة تطل على منظر البحر الرائع |
01:45:16 |
لحظة واحدة |
01:45:24 |
ممتاز |
01:45:26 |
ألديك غرفة مجاورة لهذه ؟ - |
01:45:31 |
لَيْسَ هناك أدنى اهتمامُ |
01:45:50 |
...يا إلهى |
01:46:17 |
سيدى |
01:46:26 |
أبى، رجاءً |
01:46:31 |
لم تنبس بكلمة طوال اليوم |
01:46:33 |
لِمَ كُلّ هذه السريَّة ؟ |
01:46:39 |
ليلة أمس، حَلمتُ |
01:46:43 |
مَقْتُولةٌ |
01:46:54 |
إنّ الحقيقةَ هى أننى مُتيقنٌ بأن |
01:47:00 |
كُلّ ضحاياه كَانوا فتيات وحسناوات، |
01:47:06 |
مهما كان مُخطَّطه الجنونىّ |
01:47:20 |
كَتبتُ إلى المركيز ووافقت على |
01:47:23 |
وأطلب بأن يتم ذلك |
01:47:28 |
حتى ذلك الحين، ستبقى |
01:47:32 |
وكُلّ هذا، لأنك حَلمتَ حلماً مُفزعاً ؟ - |
01:47:37 |
! لَكنِّى لا أعرف إذا ما كنت حتى أحبه - |
01:47:42 |
! أبى - |
01:53:34 |
انبطح على قدميكَ |
01:53:36 |
ارفع يديك عالياً |
01:54:23 |
لماذا قتلت ابنتى ؟ |
01:54:30 |
لِمَ ؟ |
01:54:34 |
كنت فى حاجة ٍ إليها |
01:55:02 |
لماذا قتلت ابنتى ؟ |
01:55:09 |
أنا فحسب |
01:55:13 |
كنت فى حاجة ٍ إليها |
01:55:22 |
ممتاز |
01:55:26 |
: لكنك تتذكر هذا |
01:55:35 |
...سأتطلع إليك |
01:55:39 |
، حينما تُمدّ على الصليبِ |
01:55:41 |
والضربات الإثنا عشْرة |
01:55:48 |
عندما تسأم حشود العامة من |
01:55:55 |
سأرتقى على دمائكَ |
01:56:01 |
وأجلس بجوارك |
01:56:05 |
وسأرمقك بنظرة عميقة |
01:56:09 |
...وقَطرَةٌ فَقَطرَة |
01:56:15 |
سَأُقطّرُ لعناتى خلالهما |
01:56:20 |
...مثل الحامضِ المُحرِق |
01:56:25 |
...إلى أن |
01:56:30 |
فى نهاية الأمر |
01:56:35 |
تهلك |
01:57:13 |
ماذا تعتقد أنهم سيصنعون معه ؟ |
01:57:15 |
فى ظاهر الأمر سيحطمون كُلّ عَظْمة |
01:57:32 |
انظروا ها هو قادم |
01:58:37 |
حرّرْ السجينَ |
01:58:50 |
هذا يكفى |
01:58:53 |
اجَلبوه إلى السقالةِ |
01:59:00 |
ما هذا ؟ |
02:00:15 |
أهو آت ٍ ؟ ما اسمه ؟ |
02:02:07 |
إنَّ هذا الرجل برىء |
02:02:14 |
لم يفعلها .. هذا محال ٌ |
02:02:21 |
إنه برىء |
02:03:43 |
هذا ليس بشراً |
02:09:56 |
لن تستطيع خداعى |
02:10:47 |
!اغفر لى |
02:10:55 |
! يا ولدى |
02:12:00 |
(استيقظ شعب (جراس |
02:12:05 |
العديد مِنْهمِ، كانت تجربتهم |
02:12:10 |
وغير متلائمة مع أخلاقِهم، |
02:12:17 |
المجلس البلدى |
02:12:20 |
ومُرَّر طلب إلى شرطةِ المُساعدَ |
02:12:28 |
(فى اليوم التالى، تم اعتقال ( دومينيك دروت |
02:12:31 |
منذ أن كَانَ في فنائه الخلفى الملابسِ |
02:12:37 |
، بعد أربع عشْرة ساعةِ مِنْ التعذيبِ |
02:12:43 |
وبذلك أقفلت القضية |
02:12:50 |
في ذلك الوقت، (جرينوى ) كَانَ بالفعل |
02:12:58 |
ما زالَ بحوزته عطراً كافياً |
02:13:03 |
(بإمكانه أَنْ يسير إلى (فيرساى |
02:13:06 |
بإمكانه أَنْ يَكْتبَ للبابا رسالة معطرة |
02:13:12 |
كان يُمْكِنُه أَنْ يفعل ذلك كله |
02:13:16 |
امتلكَ قوة جبارة أكثر |
02:13:21 |
القوَّة التى لا تُقْهر |
02:13:32 |
كان هناك شىء واحد فقط |
02:13:35 |
لن يَستطيعُ أَنْ يحيله إلى شخص |
02:13:41 |
لذا،ليذهب العطر إلى الجحيم كما فكر |
02:13:46 |
مع العطر.. مع ذاته |
02:13:52 |
في الخامس والعشرين من يونيو 1766 م |
02:13:57 |
دَخلَ (جرينوى ) المدينة |
02:14:01 |
وكمثل السائر وهو نائم |
02:15:30 |
إنه مَلَك ٌ |
02:15:34 |
! أعشقك |
02:16:24 |
وفى لمح البصر، اختفى |
02:16:31 |
حينما انتهوا، |
02:16:36 |
للمرة الأولى في حياتِهم، |
02:16:42 |
على نحو بعيدٍ عن الحب |
02:17:16 |
تعالوا هنا |
02:17:18 |
! انظروا |
02:17:27 |
لنأخذها |
02:17:29 |
بإمكانك ارتداؤها |
02:17:50 |
*ترجمة شريف وهبه * |